उज्जैन – तकिया मस्जिद क्षेत्र में अतिक्रमण को प्रशासन ने गिराया

 

भोपाल (विसंकें). उज्जैन के महाकाल क्षेत्र में गुरुवार सुबह रुद्रसागर के समीप तकिया मस्जिद के अतिक्रमण वाले हिस्से को गिरा दिया गया. अतिक्रमण को तोड़ने पहुंचे प्रशासन ने पहले ही क्षेत्र के 500 मीटर दायरे में पुलिस बल तैनात कर दिया था, ताकि किसी भी प्रकार की अनहोनी न हो पाए. इतना ही नहीं बैरिकेड लगाकर रुद्रसागर की ओर आने वाले सभी रास्ते भी रोक दिए गए थे.

एडीएम नरेंद्र सूर्यवंशी और एएसपी अमरेंद्र सिंह ने बताया कि सर्वोच्च न्यायालय के आदेश पर महाकाल क्षेत्र के 500 मीटर दायरे में आने वाले अतिक्रमण को हटाए जाने की कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी.

रिपोर्ट्स के अनुसार, यह कार्रवाई सुबह 11 बजे तक चली. इस दौरान 630 से भी अधिक पुलिसकर्मी 500 मीटर के दायरे के अंदर अलर्ट पर खड़े थे. पुलिस की सख्ती के कारण इस कार्रवाई के खिलाफ न किसी ने विरोध प्रदर्शन किया और न ही किसी भी प्रकार की तनाव की स्थिति उत्पन्न हुई.

बता दें कि दो दिन पहले संभाग स्तर पर अतिक्रमण अभियान को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने स्वयं वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इसकी समीक्षा की थी. यही नहीं मुख्यमंत्री ने भूमाफियों के खिलाफ कार्रवाई और अतिक्रमण अभियान को लेकर अधिकारियों की सुस्ती पर नाराजगी भी जाहिर की थी.

मुख्यमंत्री से बैठक के बाद शांतिपूर्ण और गोपनीयता के साथ तकिया मस्जिद के अवैध हिस्से को ध्वस्त करने की कार्रवाई की गई. मस्जिद का मामला देखते हुए जिला और पुलिस प्रशासन के अधिकारियों ने आपात बैठकों के जरिए पूरे मामले की प्लानिंग की थी.

गोपनीयता का स्तर इस कदर था कि सभी अधिकारियों को भी इसकी जानकारी नहीं दी गई थी. मामले में शामिल पुलिसकर्मियों को बुधवार रात 12 बजे सिर्फ यह आदेश दिया गया कि सुबह चार बजे पुलिस लाइन में हाजिर रहे. वहीं आगे की जानकारी पुलिस लाइन में ही देने की बात बोली गई थी.

सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के बाद गुरुवार को उज्जैन प्रशासन ने महाकाल मंदिर के 500 मीटर के आसपास से अतिक्रमण हटाना शुरू किया. यहां चार धाम मंदिर से त्रिवेणी संग्रहालय तक 24 मीटर  स्मार्ट रोड बनना प्रस्तावित है. एडीएम नरेंद्र सूर्यवंशी ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट ने महाकाल मंदिर को लेकर 1 सितंबर को निर्देश दिए थे.

अतिक्रमण की जद में शहर के कई दुकानें और मकान हैं. इनमें जयसिंहपुरा, चारधाम, हर सिद्धी मंदिर के पीछे का इलाका, बेगमबाग रोजा, कोट मोहल्ला चौराहा, चौबीस खंभा माता मंदिर, रामानुज कोट के कई घरों और दुकानों का अतिक्रमण प्रशासन द्वारा हटाया जाएगा.

न्यायालय ने महाकाल मंदिर के आसपास स्मार्ट सिटी के प्रोजेक्ट्स की रिपोर्ट भी मांगी है. इसमें महाकाल-रुद्रसागर प्रोजेक्ट फेज-1 और 2 हैं. इन प्रोजेक्ट्स को लेकर नागरिकों के सुझाव लिए जा रहे हैं. इन सुझावों के आने के बाद प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार कर न्यायालय में प्रस्तुत की जाएगी.

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